ओ बहना मेरी बहना, तेरा प्यार ही मेरा गहना। जिस आंगन में हो तेरी सुनाई, उस घर का क्या कहना। तुझ में वह सब, तू कली और अब, बस हस्ती रहे। फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।
खो जाता हूं कभी बहना में ,उसे उन बचपन वाली बातों मे। मेरे साथ खेलती कभी झगड़ती, भरती सिसकियां रातों में। मैं सहलाता तुझे बहलाता, तू सजती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।
एक दिन चिड़िया उड़ जाएगी, बैठ सकूंन की डोली में। उसे दिन मेरे हाथ की खुशियां कर दूं, अर्पित तेरी झोली में। आएगी याद शादी के बाद, तुम बस्ती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।
मेरी कलाई प्रेम का धागा, बांध के बहना जाना तुम। तेरी लाइफ के सुख-दुख सब बेझिझक मुझे बतलाना तुम। तुम सुबह शाम कहे पूरे मुख राम, संभलती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।
ओ बहना मेरी बहना, तेरा प्यार ही मेरा गहना। जिस आंगन में हो तेरी सुनाई, उस घर का क्या कहना। तुझ में वह सब, तू कली और अब, बस हस्ती रहे। फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।फूलों की तरह तेरी खुशबू रोज महकती रहे।