कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
कान्हा नित है चुरावे माखन, कन्हैया नित ही चुरावे माखन, मटकी फ़ोड के घर भाग्यो, आरा रा रा रा ।कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
रे मामा कंस खड्यो गुर्रावे, मामा कंस खड्यो गुर्रावे, कन्हैया वध कर डारो रे, आरा रा रा रा ।कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
कान्हा जब जब मुरली बजावे, राधा रास रचावे रे, आरा रा रा रा ।।कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
रे कान्हा झूला झूले रे मधुबन में, कान्हा झूला झूले रे मधुबन में, सखिया झूलो झुलावे रे, आरा रा रा रा ।कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
रे जो भी गावे राधे कृष्णा, जो भी गावे राधे कृष्णा, वो तो भव तर जावे रे, आरा रा रा रा ।कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, रे कान्हा कूद पढ्यो रे जमुना में, कालिया नाग खदेड़ियायो, आरा रा रा रा ।।
तर्ज, काल्यो कूद पड्यो मेले में