ना इनसे बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।ना इन से बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।
9 मास गर्भ में मां ने बंदे तेरा बोझा ढोया। तुझे गोदी उठा पुचकारा जब जब भी तूं कभी रोया।9 मास गर्भ में मां ने बंदे तेरा बोझा ढोया। तुझे गोदी उठा पुचकारा जब जब भी तूं कभी रोया। तुझे छाती से चिपका कर मां भूली दूध पिलाना।मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।ना इन से बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।
तुझे उंगली पकड़ चलाया दिखलाई दुनियादारी। वह मंत्र मुग्ध बचपन में सुन सुन तेरी किलकारी।तुझे उंगली पकड़ चलाया दिखलाई दुनियादारी। वह मंत्र मुग्ध बचपन में सुन सुन तेरी किलकारी। तुझे खुद से अच्छा देते बिस्तर और पीना खाना।मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।ना इन से बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।
तुम जो कुछ आज बना है तेरी पहचान पिता है। सब धर्म कर्म से बढ़कर तेरा अभिमान पिता है।तुम जो कुछ आज बना है तेरी पहचान पिता है। सब धर्म कर्म से बढ़कर तेरा अभिमान पिता है। उनके नाजुक हृदय को मत गलती से भी तड़पाना।मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।ना इन से बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।
तर्ज,तुझे सूरज कहूं या चंदा
तुझे समृद्धि किया उन्होंने सदा संस्कार सीखलाया। ना मात-पिता से ऊंची कोई धन दौलत और माया।तुझे समृद्धि किया उन्होंने सदा संस्कार सीखलाया। ना मात-पिता से ऊंची कोई धन दौलत और माया। भगवान चंद्र तुम उनकी सदा मान और शान बढ़ाना।मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।ना इन से बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।
ना इनसे बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।ना इन से बढ़कर तीर्थ, ना दौलत माल खजाना। मां बाप के पग चरणों में बंदे सदा शीश झुकाना।