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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bareli nagri nath nagri,बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी,shiv bhajan

बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।

बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी। कहीं बने हैं गोपेश्वर तो कहीं तपेश्वर नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।

बड़े नाथ की शोभा न्यारी ,पशुपतिनाथ नंदी की सवारी।बड़े नाथ की शोभा न्यारी ,पशुपतिनाथ नंदी की सवारी। अलख जगाए बैठे यहां पर बाबा है अलखनाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।

बन बन भटके काहे बंदे यह बंधन भी नाथ है। तीन लोक की रक्षा करते बाबा त्रिमूर्त नाथ है।बन बन भटके काहे बंदे यह बंधन भी नाथ है। तीन लोक की रक्षा करते बाबा त्रिमूर्त नाथ है। कहता पवन यह सर को झुका कर बरेली पावन धाम है।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।

ओम त्रयंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव वंदना मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ओम त्रयंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव वंदना मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्

बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी। कहीं बने हैं गोपेश्वर तो कहीं तपेश्वर नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।बरेली नगरी नाथ नगरी कण कण भोले नाथ जी।

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