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श्याम भजन लिरिक्स

Jab jab lahraye mor chadi ,मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी,shyam bhajan

मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।

यह कष्ट मिटाये घड़ी-घड़ी, यह विपदा हरतीड़ी ड़ी।यह कष्ट मिटाये घड़ी-घड़ी, यह विपदा हरती बड़ी बड़ी। मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।

तेरी मोर छड़ी ने भक्तों की नैया को पार लगाया है।जो हारा है इस दुनिया से उसको तो मान दिलाया है।तेरी मोर छड़ी ने भक्तों की नैया को पार लगाया है।जो हारा है इस दुनिया से उसको तो मान दिलाया है। हर विपदा टाले जग कि हरि,जब जब लहराए मोर छड़ी।मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।

यह सब की लाज बजाती है यह सब को पार लगाती है। जितने भी आए दिन दुखी यह सब को जीत दिलाती है।यह सब की लाज बजाती है यह सब को पार लगाती है। जितने भी आए दिन दुखी यह सब को जीत दिलाती है। सारी दुनिया भी मौज करें,जब जब लहराए मोर छड़ी।मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।

हर प्रेमी पर उपकार किया। पूरा हर एक काम कियाहर प्रेमी पर उपकार किया। पूरा हर एक काम किया। सर पर घूमा कर मोर छड़ी, सबका सपना साकार कियासर पर घूमा कर मोर छड़ी, सबका सपना साकार किया। मेरी झोली भी हर बार भरी,जब जब लहराए मोर छड़ी।मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।

यह कष्ट मिटाये घड़ी-घड़ी, यह विपदा हरती बड़ी बड़ी।यह कष्ट मिटाये घड़ी-घड़ी, यह विपदा हरती बड़ी बड़ी। मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।मेरे श्याम तुम्हारे हाथों में जब जब लहराए मोर छड़ी।

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