Categories
गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Mod Ke Mukhda Gurudev se Jo bhi rahte hai,मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं,guru ji bhajan

मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।

मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।

गुरु की भक्ति करता जो, उसको कहीं ना जाना अगर नहीं अपनाय गुरुवार उसे ना कहीं ठिकाना।गुरु की भक्ति करता जो, उसको कहीं ना जाना। अगर नहीं अपनाय गुरुवार उसे ना कहीं ठिकाना। वेद शास्त्र और गुरु ग्रंथ भी यही कहते हैं।कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।

गुरु वशिष्ट से श्री राम ने, भी पाया था ज्ञान शांति बनकर गुरु स्थल पर गए कृष्ण भगवान।गुरु वशिष्ट से श्री राम ने, भी पाया था ज्ञान। शांति बनकर गुरु स्थल पर गए कृष्ण भगवान। त्रिभुवन के स्वामी भी मर्यादा में रहते हैं।कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।

गुरु की सेवा करने से भवसागर तर जाते हैं। मदन वही बड़भागी है गुरु कृपा जो पाते हैं।गुरु की सेवा करने से भवसागर तर जाते हैं। मदन वही बड़भागी है गुरु कृपा जो पाते हैं। विमुख अगर हो जाए तो मझधार में रहते हैं।कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।

मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं।मोड के मुखड़ा गुरुदेव से जो भी रहते हैं। कृपा प्रभु की उसे न मिलती दुखड़े सहते हैं।

Leave a comment