तर्ज, मोरिया आच्छो बोल्यो
गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरु सा माथा में रखड़ी म्हारे सोहनी।सोहनी।सोहनी।म्हारे सिर पर गुरु सा रो हाथ गुरु सा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरु सा काना में झूमर मारे सोहनी।सोहनी,सोहनी। महाने ज्ञान रो शब्द सुनायो गुरु सा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरुसा हिबड़ा में हार मारे सोहनो ।सोहनो, सोहनो । म्हारे हिवड़ा में आप बस जाए गुरु सा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरुसा हाथा में गजरा,म्हारे सोहना।सोहना,सोहना।म्हारो आप पकड़ के उतारो भार गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरुसा पगलया में पायल मारे सोहिनी।सोहनी,सोहनी।म्हाने रखो राखौ चरणों रे माय गुरू सा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरु सा अल्ले तो पल्ले म्हारे घुघरा।घुघरा,घुघरा।ज्यांरे अध बीच सूरज चांद गुरू सा ,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरु सा बाई रे मीरा री यही विनती।विनती,विनती। म्हारे अबके रो जन्म सुधारो गुरु सा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।
गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।गुरु सा ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।लेहरियो,लेहरियो।में तो ओढ़ सत्संग माही जाऊ गुरुसा,ऐसो रंगवाए दो म्हाने लेहरियो।