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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Likh bheji patiya Aaj rukmani arj kare,लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,krishna bhajan

लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।

लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे,
लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,



मेरे बाबुल ने एक ना मानी, भैया मेरो करे मनमानी,मेरे बाबुल ने एक ना मानी, भैया मेरो करे मनमानी,
शिशुपाल संग करे मेरो ब्याह रुक्मणि अर्ज करे।
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद कर।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।



ये पतिया असुअन से लिख रही, भेद जिया के सारे कह रही,ये पतिया असुअन से लिख रही, भेद जिया के सारे कह रही,
नहीं करो देर अब श्याम रुक्मणि अर्ज करे,
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।



जब से देखि तेरी सूरत, मन में बसा लेइ तेरी मूरत।जब से देखि तेरी सूरत, मन में बसा लेइ तेरी मूरत,
बस श्याम मेरे भरतार रुक्मणि अर्ज करे,
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।



पतिया पढ़ के जल्दी अइयो, पकड़ हाथ मोहे लेके जइयोपतिया पढ़ के जल्दी अइयो, पकड़ हाथ मोहे लेके जइयो,
मैं देखु तेरी बाट रुक्मणि अर्ज करे,
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।



मेरे श्याम तुम्हे वही मिलूंगी, कर सोलह शृंगार चलूंगी।मेरे श्याम तुम्हे वही मिलूंगी, कर सोलह शृंगार चलूंगी,
मैं पुजू गोरी माय रुक्मणि अर्ज करे,
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।

लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,
कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे,
लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,

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