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विविध भजन

sawan aayo sughad suhawano ji,सावन आयो सुघड़ सुहावनौ जी

सावन आयो सुघड़ सुहावनौ जी

सावन आयो सुघड़ सुहावनौ जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।
झूला तो झूले सखियां बाग़ में जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।



नन्ही- नन्ही बुंदिया देखौ झर लग्यौ जी।
कारे कारे बदरा मेरी चढ़ि रहे जी
ए जी कोई डरयै कामिनी नारझूला तो झूले सखियां बाग़ में जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।

सावन आयो सुघड़ सुहावनौ जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।
झूला तो झूले सखियां बाग़ में जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।



बो गये मोरे पिया नींबरी जी।
ए जी वो तौ हवै गई गहन गंभीर।
छाया के बैठियां मोरे पिया घर नहीं जी।ए जी कोई बरसात मुसलाधार।

सावन आयो सुघड़ सुहावनौ जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।
झूला तो झूले सखियां बाग़ में जी
ए जी कोई गावे गीत मल्हार ।

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