तर्ज, कुछ पल की जिंदगानी एक रोज सबको जाना
बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है
मां होके हुई है राजी करने को मेरी हत्या।इतना मुझे बता दो मेरा कसूर है क्या।मां होके हुई है राजी करने को मेरी हत्या।इतना मुझे बता दो मेरा कसूर है क्या। वह कौन सी खुशी मां पाओगे मुझको खोके।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है
सेवा करूंगी सबकी मैं अपने तन और मन से। जी लूंगी मां भाई के मैं झूठी झूठ खाके।सेवा करूंगी सबकी मैं अपने तन और मन से। जी लूंगी मां भाई के मैं झूठी झूठ खाके। फिर क्यों नैना तरसे मां मेरे तेरे दरस को।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है
गुलशन में जब तुम्हारे कलियां नहीं खिलेगी। बेटों को फिर तुम्हारे बहूवे नहीं मिलेगी।गुलशन में जब तुम्हारे कलियां नहीं खिलेगी। बेटों को फिर तुम्हारे बहूवे नहीं मिलेगी। यहां कौन है जो मोहन,ये पाप होते रोके।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है
जब तक रहेगा जिंदा यह दहेज रूपी दानव। निर्मम करेगा हत्या मैं बताऊं तेरी मानव।जब तक रहेगा जिंदा यह दहेज रूपी दानव। निर्मम करेगा हत्या मैं बताऊं तेरी मानव। इसको है खत्म करना हम सबको एक होकर।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है गर्भ में से रोते-रोते। क्यों होता कत्ल मेरा बाबुल के होते होते।बिटिया ये पूछती है