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विविध भजन

nugri sugri naar by Sunita Swami,एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी

एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी। यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब सुगरी नार नगरी नार ने क्या केवे

तु हें नुग्री नार जल मोहे भरवा दे रे।लागे तेरे छांट छुएगी गागर मेरी। तूं पाच्छे भर लीजिए तेरे काई होत खुमार।

इत्रो जब सुगरि कयो, बा जल उठी नुग्री नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब नुगरि नार सुगरी नार न केवे

तू है सुगरी नार कहां से विष्णु बन आई। आखिर मेरी जात की कहां तेरी चतुराई। ईडी भक्तन राम रे तो कुआं थारो न्यारो खुदाये। इत्तरो जब नुगरी कही रे जल उठी सुगरी नार,दोनों बहना झगड़ पड़ी।जल उठी सुगरी नार,दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब सुगरी नार नूगरी नार ने क्या केवे

तू है नूगरी नार धर्म की बात ना जाने। हृदय नहीं हरि नाम अपनी बुद्धि बखाने। गंगा नहाई ना गोमती पुष्कर कियो ना स्नान। एड़ी नूगरी नार रो रे जीनो है बेकार।दोनों बहना झगड़ पड़ी।जीनो है बेकार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब नुगरि नार सुगरी नार न केवे

मानू नाही थारी बात बोली तू क्यों नहीं रहवे। मैं थारी बाता में नहीं आऊंगी चाहे तू कूद कूद मर जा। नुगरी सुगरी नार दोनों झगडी रे बन मांएं दोनों बहना झगड़ पड़ी।ये तो झगडी रे बन मांएं दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब नुगरि नार सुगरी नार न केवे

1 दिन मारो परनयों साधु ले घर आयो। मैं तो बंदी राम री बिने आंख्या काढ डरायो। टाबर टोली पटकिया और चूल्हे बुझाई आग।अरे साधुड़ा ने बारे काड दे नहीं तो पीहर जाऊं भाग दोनों बहना झगड़ पड़ी।नहीं तो पीहर जाऊं भाग दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब सुगरी नार नूगरी नार ने क्या केवे

बोली सुगरी नार मैं तो पिया जी रो कहनो मानू। म्हारे तो पिया एक पति ने परमेश्वर जानू। पतिव्रता रे एक पीव है मैं मानूं ब्रह्म समान। पति सेवा जग में बड़ी है सुन ले कान लगाए,दोनों बहना झगड़ पड़ी।सुन ले कान लगाए,दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब नुगरि नार सुगरी नार न केवे

तू है सुगरी नार रात दिन पाखंड करती। पानी पिवे छान नहाए कर रोटी करती।कुल सारों बिगाड़ियो नहाए नहाए रोटियां खाय। दे उपदेश औराने तू तो यह मारे लागे नाए।दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह मारे लागे नाए दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब नुगरि नार सुगरी नार न केवे

1 दिन मारो परनियों माला ले घर आयो। मैं हूं बंदी राम री विने फल से जाए डरायो। चरखो पटक्यों भिंत में बिखेर दियो रे अनाज। क्या तो माला बाहर फेंक दे नहीं पीहर जाऊं आज,दोनों बहना झगड़ पड़ी।नहीं पीहर जाऊं आज,दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब सुगरी नार नूगरी नार ने क्या केवे

मारो परनियों घणो सांतरो म्हारे किए पे चाले। मैं सूती खूंटी तान, वो उठकर बाड़ी झाड़े टाबर टोली खेत में करे अन्हुतों काम। गोबर पोटा वहीं थापे मने जिमाय जिमे आप,दोनों बहना झगड़ पड़ी।मने जिमाय जिमे आप,दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

अब नुगरि नार सुगरी नार न केवे

ध्याऊं गोगा पीर ने और न दूजो ध्याऊं। करूं खीर भरपूर बैठी एकली खाऊं। टाबर टोली रोटी मांगे तो मुंह पर मारूं थाप। सुगरी बाबोसा री लाडली रे दौड़ी दौड़ी पीहर जाए,दोनों बहना झगड़ पड़ी। दौड़ी दौड़ी पीहर जाए,दोनों बहना झगड़ पड़ी। एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

आज नूगरी नार सुगरी से शिक्षा लेनी। रंग दी अपनी डाल अपनी सोही कर दीनहीं। सुगरी सब ने समझाये दे आत्मजीत रो ज्ञान। रामचंद्र प्रताप से जीती सुगरी नार,दोनों बहना झगड़ पड़ी। जीती सुगरी नार,दोनों बहना झगड़ पड़ी। एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।यह तो कुएं रे चड़ी पनिहार दोनों बहना झगड़ पड़ी।एक सुगरी नूगरी नार दोनों बहना झगड़ पड़ी।

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