जय हो जय हो अलबेली सरकार बलिहार बलिहार ।आपकी जय हो, जय हो, हे अलबेली सरकार। श्री राधे, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
तेरी महिमा अपरंपार बलिहार बलिहार ।
आपकी महिमा अपरंपार है, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
तेरी ब्रम्ह करे जयकार बलिहार बलिहार ।
परम ब्रम्ह भी आपकी जय जयकार कार रहे हैं, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
तेरा अधाधुंध दरबार बलिहार बलिहार ।
आपके दरबार मे अधिकारी और अनधिकारी का कोई भेदभाव नहीं है, सब पर समान रूप से कृपा बरस रही है, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
कछु घटि न जाय दे प्यार बलिहार बलिहार ।
आप सब को प्रेम दान कर रही हैं, लेकिन फिर भी आपमें रंच मात्र भी प्रेम कम नहीं हो रहा है, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
तू तो करुणा की अवतार बलिहार बलिहार ।
आप तो मूर्तिमान करुणा हैं, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
तव चाकर नंदकुमार बलिहार बलिहार ।
नन्द कुमार श्री कृष्ण भी आपकी सेवा में तत्पर हैं, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
तू पतितन की रखवार बलिहार बलिहार ।
आप पतितों को पावन करनेवाली हो, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
अब खोल कृपा भंडार बलिहार बलिहार ।
जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज कहते हैं “हे श्री राधे, अब मेरे लिए भी कृपा का भंडार खोल दीजिये, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
क्यों कृपण ‘कृपालुहिं’ बार बलिहार बलिहार ॥
हे श्री राधे, मेरी कृपा की बारी आने पर आप क्यूँ कृपण हो रही हैं, आपकी बलिहार है, बलिहार है।
जय हो जय हो अलबेली सरकार बलिहार बलिहार ।आपकी जय हो, जय हो, हे अलबेली सरकार। श्री राधे, आपकी बलिहार है, बलिहार है।