तुम प्रांरभ हो आरम्भ हो तुम्ही अंत हो
जिसे देवता ही नहीं दानव भी पूजे।।
मेरे शभूनाथ तुम ऐसे सन्त हो,
मेरा हाथ थामें भोले,यूं ही साथ साथ चलना,
मन शंभू शंभू बोले,भोले इतना वर देना।मेरा हाथ थामें भोले,यूं ही साथ साथ चलना,
मन शंभू शंभू बोले,भोले इतना वर देना।
मैं शिव में खो गया हूँ,वो मुझमें जग रहे हैं।
मैं चलके थम गया हूॅं,वो थमके चल रहे हैं।मैं चलके थम गया हूॅं,वो थमके चल रहे हैं।मैं चलके थम गया हूॅं,वो थमके चल रहे हैं।
मैं उनमे घुल रहा हूँ,वो मुझमें मिल रहे हैं।
वक्त बेवक़्त धुन में,शिव शिव जप रहा हूॅं।
अरे मेरी जवानी कहानी ज़ुबानी है सब बाबा तुझपे कुर्बान।
मेरा हाथ थामें भोले,यूं ही साथ साथ चलना,
मन शंभू शंभू बोले,भोले इतना वर देना।शिव अनुरागी हैं,शिव वैरागी हैं।
शिव ही शून्य है,शिव विस्तारी हैं।शिव ही शून्य है,शिव विस्तारी हैं।
शिव संहार हैं,शिव कल्याण हैं
शिव शुरू से अंत तक,शिव पुराण है।
अरे मांगो मिलेगा और खोजो दिखेगा तू जा सही शिव के दरबार।
तू मांग मिलेगा तू खोज दिखेगा तू जा सही शिव के दरबार।
शिव अनुरागी हैं,शिव वैरागी हैं।
शिव ही शून्य है,शिव विस्तारी हैं।शिव ही शून्य है,शिव विस्तारी हैं।
शिव संहार हैं,शिव कल्याण हैं
शिव शुरू से अंत तक,शिव पुराण है।
अरे मांगो मिलेगा और खोजो दिखेगा तू जा सही शिव के दरबार।
तू मांग मिलेगा तू खोज दिखेगा तू जा सही शिव के दरबार।
मेरा हाथ थामें भोले,यूं ही साथ साथ चलना,
मन शंभू शंभू बोले,भोले इतना वर देना।मेरा हाथ थामें भोले,यूं ही साथ साथ चलना,
मन शंभू शंभू बोले,भोले इतना वर देना।