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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bhola pike chalya bhang parvat dagmag halya,भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया,shiv bhajan

भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालयापर्वत डगमग डगमग हालया।पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

मन ही मन गोरा घबराई, कैसी आगी आज दवाई।मन ही मन गोरा घबराई, कैसी आगी आज दवाई। आगे आगे गोरा भागी पीछे गणपति लाला।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

कर्म फूट गए भोले मेरे, तेरे संग में लेकर फेरे।कर्म फूट गए भोले मेरे, तेरे संग में लेकर फेरे। भूत और प्रेत राखे संग में गले मुंडो की माला।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

अब के पीहर जाऊं भोले, उल्टी ना फिर आऊं भोले।अब के पीहर जाऊं भोले, उल्टी ना फिर आऊं भोले। कदर करी ना मेरी तूने अब रह रंडुवों की गाला।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

पीहर मत ना जाइए गोरा। कुसुम मनावे मान जा थोड़ा।पीहर मत ना जाइए गोरा। कुसुम मनावे मान जा थोड़ा। तेरे बिना ना जियूं बावली कर दूं जान का गाला।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।पर्वत डगमग डगमग हालया।पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।भोला पीकर चाल्या भांग, पर्वत डगमग डगमग हालया।

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