तेरा बिरहन नैण उघाड़ एरी बावली ए गयो तो जमारो हार तु तो लियो कोणी हरि को रे नाम,, नाम म्हारी हेली,,
भलाई म्हारी हेली हंस्लो बटाऊ, एक लोग रहेलो इक रैन पिया रो ए, यो तो प्रभात्या उड़ ज्याय कुच कर ज्यावलो सवेरो ए।भलाई म्हारी हैली
निरख बदनडा रा रूप योवन तेरो भयो मतवालों, रे तू तो लियो कोनिहरि को नाम काम भोली किसडो संवारयो ए भलाई म्हारी हेली।
धर नटवा रो भेष कू नार घर बार बिगड्यो ए तू तो ठग खायो संसार,मायला में बस रयो कालो ए
भलाई म्हारी हेली।
तरबिण्या लंघज्याय फू नार पर बार बिगड्या ए,तू तो ठग खायो संसार मायला में बस रयो कालो ए।भलाई म्हारी हेली
तरबिण्या लंघज्याय मिलेगो तेरो प्रीतम प्यारो ए
तू तो सुमरण सेज संवार ऐरी नार मत करिये नटारो ए,भलाई म्हारी हेली।
मिल गया नाथ गुलाब मंदरिये म भयो उजियालो ए, गुण गावे गावे भानीनाथ साध बण गयो मतवारी ए।