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Angana Mein DholKi Baje Kirtan Ka Bahana Hai,अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है

अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।

तर्ज,श्याम तेरे भक्तों को तेरा ही

अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।कीर्तन का बहाना है।कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।

आज मेरे अंगना में भोले गोरा जी ने आना है।आज मेरे अंगना में भोले गोरा जी ने आना है। भोले नहीं नाचे तो गोरा मां को नचाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।

आज मेरे अंगना में सियाराम जी ने आना है।आज मेरे अंगना में सियाराम जी ने आना है। राम नहीं नाचे तो सिया मां को नचाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।

आज मेरे अंगना में राधेश्याम जी ने आना है।आज मेरे अंगना में राधेश्याम जी ने आना है। श्याम नहीं नाचे तो राधे जी को नचाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।

आज मेरे अंगना में संतों को आना है।आज मेरे अंगना में संतों को आना है। संत नहीं नाचे तो सखियों को नचाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।अंगना में ढोलकी बजे कीर्तन का बहाना है।

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