Categories
krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Natkhat nand kishor ,नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो,krishna bhajan

नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो।

नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो। ए री सखी माखन चोर ने मेरो मन हर लीनहो।नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो।नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो। ए री सखी माखन चोर ने मेरो मन हर लीनहो।

ऐसी सुनाई तान सखी री, निकल गई मोरी जान सखी रीऐसी सुनाई तान सखी री, निकल गई मोरी जान सखी री। चितवन चंद्र चकोर ने मेरो मन हर लीनहो।नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो। ए री सखी माखन चोर ने मेरो मन हर लीनहो।

जबसे श्याम संग नैना लागे ,धन-धन भाग्य हमरो जागे।जबसे श्याम संग नैना लागे ,धन-धन भाग्य हमरो जागे।मन नाचत ज्यों मोर रे,मेरो मन हर लीनहो।नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो। ए री सखी माखन चोर ने मेरो मन हर लीनहो।

एसो श्यामको रूप निराला, तन मन मोरा सब रंग डालाएसो श्यामको रूप निराला, तन मन मोरा सब रंग डाला। हुवा नाता उनसे कठोर री,मेरो मन हर लीनहो।नटखट नंद किशोर ने मेरो मन हर लीनहो। ए री सखी माखन चोर ने मेरो मन हर लीनहो।

Leave a comment