जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उसके आगे कोई नहीं
सच यही है दुनिया वालो
संसार में अपना कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उसके आगे कोई नहीं।
सीता के राम रखवाले थे
जब हारं हुआ तब कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उसके आगे कोई नहीं।
जो भटके पंच पांडव थे
जब चीर हरा तब कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं करमो मे
उसके आगे कोई नहीं।
दशरथ के चार दुलारे थे
जब प्राण ताजा तब कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उस लेख के आगे कोई नहीं।
रावण भी शक्ति शाली थे
जब लंका जली तब कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उस लेख के आगे कोई नहीं।
श्री कृष्ण सुदर्शन धारी थे
जब तीर लगा तब कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उस लेख के आगे कोई नहीं।
लक्ष्मण भी भारी योद्धा थे
जब शक्ति लगी कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उस लेख के आगे कोई नहीं।
सर सैया पढ़े पितामह थे
पेड़ा का साथी कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उस लेख के आगे कोई नहीं।
अभिमन्यु राज दुलारे थे
पर चक्र व्यू में कोई नहीं
बस यही है दुनिया वालो
संसार में अपना कोई नहीं
जो लेख लिखे हैं कर्मो में
उस लेख के आगे कोई नही।