चमक्यो चमक्यो सुरज चमक्यो-२ आज म्हारै आंगणै कि बन्नो घोड़ी चढ़यो ओ बन्नो घोड़ी चढ्यो -२
शहनाई मंगल मई बाजे, हरमन खुशी समाई-२ दादी फुली नही समावै, सबन देवे बधाई -२ छलक्यो छलक्यो-२ हरस को सागर दादाजी रे आंगणै, कि बन्नो घोड़ी चढ़यो ओ बन्नो घोड़ी चढ़यो-२ गूंजी गूंजी ये शहनाई बाबा जी रे आंगण कि बन्नो घोड़ी चढ़यो ओ बन्नो घोड़ी चढ़यो चमक्यो चमक्यो सुरज चमक्यो …..।
चांद सो मुखड़ो देख बन्ने री बड़ीयां वारी जावे -२ झोली भर भर खुशीया बाटे हरखी मोद मनावे – २नवल बन्ना को रूप निरख कर मायड़ वारी जावै-२ तेज देख बन्ना राजा को निजरयां धोखा खावे -२उमग्यो उमग्यो हेत घणेड़ो पापा जी र आंगणै-२ कि बन्नो घोड़ी चढ़यों ओ बन्नो घोड़ी चढ़यो-२ चमक्यो चमक्यो सुरज चमक्यो …………
चतुर बन्ना थारी छवि देख, भूवा बहना वारी जावे। थां पर राई लुण उवारै नजर उतारण आवै। आई आई खुशियां आई काको जी र आंगणै कि बन्नो घोड़ी चढ़यो ओ बन्नो घोड़ी चढ़यो, चमक्यो चमक्यो सुरज चमक्यो ………..
नवल बन्ने को लाड़ करण नै भाभी भागी जावै, जुग जुग जिवो म्हारा देवर लाड़ला, बोल बोल हर्षाव। छाई छाई प्रेम रागीनी, बीरा जी र आंगणै कि बन्नो घोड़ी चढ़यो ओ बन्नो घोड़ी चढ़यो। चमक्यो चमक्यो सुरज चमक्यो आज म्हारै आंगणै कि बन्नो घोड़ी चढ़यो ओ बन्नो घोड़ी चढ़यो।