हर ओम ओम शंकर जी, मेरे रोम रोम में शंकर जी। मेरी सांस सांस में शंकर जी, मेरे दिन और रात में शंकर जी। तुझ में ऐसा खोया हूं कांटा लगे ना कंकर जी। हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।
क्या करते हो, भोले से प्यार जी। इसके सिवा, भोले से प्यार जी। क्या चाहते, भोले से प्यार जी। नाम तुम्हारा, भोले का यार जी। बजरंग बसे ना सियाराम, बस बोला बसे मेरे कण कण जी।हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।
ओंकार का प्रकाश तुम, खामोश ही हर बात तुम। भीतर जले वह आग तुम, ठंडक मिले वह छांव तुम। एक छोटी सी में फूल हूं तू ही मेरा समंदर जी।हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।हम तो तेरे प्यार में दीवाने संकर जी। दीवाने दीवाने दीवाने संकर जी।