चरखो तो ले ल्यूँ, भँवरजी, रांगलो जी हाँ जी ढोला, पीढ़ा लाल गुलाल। तकवो तो ले ल्यूँ जी, भँवरजी, बीजलसार को जी, ओजी म्हारी जोड़ी रा भरतार।
पूण मंगा ल्यूँ जी क बीकानेर की जी म्होरे री कानूँ, भँवर जी। कूकड़ी जी हाँ जी ढोला रोक रुपइये रो तार ।
म्हे कानूँ थे बैठा विणज ल्यो जी ओजी म्हारी लल नणद रा ओ वीर। अब घर आओ प्यारी ने पलक न आवड़े जी।
गोरी कमाई खासी रॉडिया रे हाँ गोरी, कै गांधी कै मणियार। म्हे छाँ बेटा साहूकार रा जी एजी म्हारी घणी प्यारी नार। गोरी री कमाई सूँ पूरा न पड़े जी।