बाग लगाइया पन्ना मारु बाग लगाया,
माली ड़ारो तोरो थारी धण स सयो ए न जाय। ए न जाय पन्ना मारु रहो ए न जाय, उजली बतीसी प्यारी से जोबन झोला खाय ।
महल चिनाईयो पन्ना मारु महल चिणाय,
चेजारां रो तोरो थारी धणस सयो एना जाय। सयो,भात रन्धाइयो पन्ना मारु भात रन्धाय,
रसोयां रो तोरी थारी धण स सयो एना जाय।
हार घड़ाइयो पन्ना मारु हार घड़ाय,
सोनीड़ारो तोरो थारी घणस सयो एना जाय।
सेज बिछाइयो पन्ना मारु सेज बिछाय, दासी बान्दी रो तोरो थारी धण स सयो एना जाय।
कदकी खड़ी ओ पन्ना मारू कद की खड़ी,
घूँघटिया म जाला दे छ थारी जीव की झड़ी।