राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से। सुनले सूनले सुदामा की फरियाद तूं,तेरा मित्र बहुत ही परेशान है। दिन गरीबी के अब यार कटते नहीं।हम तो जिंदा है अब तो तेरे नाम से।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से।
द्वारकाधीश वाले मुझको पहचान ले। बचपन में श्याम हम तेरे संग खेले कूदे थे।बचपन में श्याम हम तेरे संग खेले कूदे थे। माखन चुराते हम कभी मटकी को फोड़ते। यार भूले हो बचपन की यादें सभी।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से।
मेरी पत्नी मुझे अब ताने देती है। वह द्वारका का राजा है यार आपका।वह द्वारका का राजा है यार आपका। बुरे वक्त में कहां गया वह प्यार आपका। क्या कहूं अपनी पत्नी से तू ही बता।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से।
अब ना तरसा मुझे तू आ भी जरा। आंखों में अश्क पाव भी लहूलुहान है।आंखों में अश्क पाव भी लहूलुहान है। तुम्हें देखने को सांवरे तड़पे यह जान है। अब आप के मिलन को व्याकुल यह नयन है।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से। बंसी वाले मेरा हाथ तूं थाम ले।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से।
जब द्वारका वाले ने मेरी विनती सुनी। वह नंगे पांव दौड़कर द्वारे पर आ गए।वह नंगे पांव दौड़कर द्वारे पर आ गए। बाजू पकड़कर यार को महलों में ले गए। दे दिया धन उन्हें इतना घनश्याम ने। दिन ये बीते सुदामा के आराम से।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से। बंसी वाले मेरा हाथ तूं थाम ले।राधे राधे मिला दे मुझे श्याम से। बात करवा दे मेरी तू घनश्याम से।