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श्याम भजन लिरिक्स

Taranhara hai shyam,है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम,

है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।

सुनके आया तेरा नाम, धामों में तेरा धाम भटका राही हूं डगर से प्रभु लो ना दामन थाम। है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।

कितनी सोनी सूरत है प्यारी सी वह मूरत है। दर की क्या तारीफ करूं मंजर यह खूबसूरत है। फूलों में सजा बैठा ले मंद मंद मुस्कान।भटका राही हूं डगर से प्रभु लो ना दामन थाम। है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।

मोर छड़ी का झाड़ा हो बस हारे का सहारा हो। मिल जाए नजरों से नजर तू मेरी आंखों का तारा हो। है लबों पर तेरा नाम हाथों में श्याम निशान।भटका राही हूं डगर से प्रभु लो ना दामन थाम। है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।

कैसी लखदातारी है बिन मांगे कृपा जारी है इत्र की खुशबू जगह जगह कहीं कीर्तन की तैयारी है। सेठों के सेठ के नाम है शुभम का यह पैगाम।भटका राही हूं डगर से प्रभु लो ना दामन थाम। है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।

सुनके आया तेरा नाम, धामों में तेरा धाम। भटका राही हूं डगर से प्रभु लो ना दामन थाम। है स्वर्ग सी खाटू नगरी तारणहारा है श्याम।

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