चले गए दिल के दामनगीर।चले गए दिल के दामनगीर।।
जब सुधी आवे प्यार मिलन की, ऊठत कलेजे पीर।चले गए दिल के दामनगीर।।चले गए दिल के दामनगीर।।
नटवर भेष नैन रति न्यारे, सुन्दर श्याम शरीर ।चले गए दिल के दामनगीर।।चले गए दिल के दामनगीर।।
आप ही जाय द्वारिका छाई, खारी नदी के तीर।चले गए दिल के दामनगीर।।चले गए दिल के दामनगीर।
वृंदावन, बन्सीभट त्यागयो, निर्मल यमुना नीर।चले गए दिल के दामनगीर।।चले गए दिल के दामनगीर
बृज गोपियन को प्रेम बिसारयो, ऐसे भये बेपीर ।चले गए दिल के दामनगीर।।चले गए दिल के दामनगीर।
“सूरश्याम” ललिता उठ बोली, आखिर जात अहीर ।चले गए दिल के दामनगीर।।चले गए दिल के दामनगीर।।