मैया रानी से मिलना बहुत जरूरी।शेरावाली से मिलना बहुत जरूरी।
जो मैं होती पवन बसंती झोंका बनकर आती।जो मैं होती पवन बसंती झोंका बनकर आती। मैया रानी की चुनरी को लहर लहर लहराती।बन ना सकी में हवा का झोंका यह मेरी मजबूरी।मैया रानी से मिलना बहुत जरूरी।शेरावाली से मिलना बहुत जरूरी।
जो में होती कारी बदरिया छम छम नीर बहाती। बरस बरस कर गरज गरज कर मैया को नहलाती। बन ना सकी में काली बदरिया यह मेरी मजबूरी।मैया रानी से मिलना बहुत जरूरी।शेरावाली से मिलना बहुत जरूरी।
जो मैं होती वन की मोरनी छम छम नाच दिखाती। नाच नाच के कूद कूद के मैया को रिझाती। बन ना सकी मैं बन की मोरनी यह मेरी मजबुरी।मैया रानी से मिलना बहुत जरूरी।शेरावाली से मिलना बहुत जरूरी।
जो में तेरा पता जानती खत लिखती भिजवाती।सब साखियन को संग में लेकर तुमसे मिलने आती।पत्ता तेरा मेरे पास नहीं है ये मेरी मजबूरी।मैया रानी से मिलना बहुत जरूरी।शेरावाली से मिलना बहुत जरूरी।