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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Gwalida tu koni Jane preet parayi,ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी,krishna bhajan

ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी

ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी ।
प्रीत परायी रे ,प्रीत परायी।ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी ।
प्रीत परायी रे ,प्रीत परायी।



बेठ कदम पर साँवरो ,
बंसी बजावै जी,एजी हा,
रे मेवाड़ी राणा रे, सब गाय न घिर आयी।ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी ।
प्रीत परायी रे ,प्रीत परायी,



चोर चोर दही माखन खायो जी ।
रे मेवाड़ी राणा रे, ब्रज की नार डराई । ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी ।
प्रीत परायी रे ,प्रीत परायी,



जनमत ही कुल त्यारण कहियो जी ,
रे मेवाड़ी राणा रे,मात-पिता , गुरु भाई ।ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी ।
प्रीत परायी रे ,प्रीत परायी,



राजा माधोसिंह जी रा कुवर प्रताप सिंघजी।
रे मेवाड़ी राणा रे,सब मिल सोरठ गाई।ग्वालिड़ा तू कोनी जाने प्रीत परायी ।
प्रीत परायी रे ,प्रीत परायी,

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