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राधा भजन लिरिक्स radha bhajan lyrics

Kaise na ithlau me barsana Mila hai,कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है,radha rani bhajan

कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है। बरसाना मिला है रह जाना मिला है।बरसाना मिला है,बरसाना मिला है,बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

जप तप साधन की बस की नहीं है।जप तप साधन की बस की नहीं है।जप तप साधन की बस की नहीं है। देवल किशोरी की करुणा भई है।रोम रोम ये खिला है, बरसाना मिला है। मेरा रोम रोम ये खिला है, बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

तेरी कृपा से बरसाने आना बना। तेरी रहमत जो देखी दीवाना बना।तेरी कृपा से बरसाने आना बना। तेरी रहमत जो देखी दीवाना बना। एक झलक जिसने भी देख ली आपकी। वहीं पागल हुआ दीवाना बना।

जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया। जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया।जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया।जबसे मेरा बरसाने में आना जाना हो गया। राधे राधे सुनते सुनते यह दीवाना हो गया। कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

सोचने से पहले होता प्रबंध है।कैसे बताऊं आनंद ही आनंद है।सोचने से पहले होता प्रबंध है।कैसे बताऊं आनंद ही आनंद है।शिकवा न कोई गिला है बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

किसीको जमाने की शोहरत मिली है। मैं तो अपने मुकद्दर पर कुर्बान जाऊं, मुझे मेरी श्यामा की चौखट मिली है। क्यों ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

वृज वासी के टुकड़ों पे पले हरी दासी।संतों के पीछे पीछे चले हरी दासी।वृज वासी के टुकड़ों पे पले हरी दासी।संतों के पीछे पीछे चले हरी दासी।जीवन का यही सिलसिला है,बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।

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