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श्याम भजन लिरिक्स

Samhalo baba meri patwar,सम्हालो बाबा मेरी पतवार,shyam bhajan

सम्हालो बाबा मेरी पतवार,

सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार। बीच भंवर में डगमग डोले ले चलो इसको पार। सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार,

कन्हैया कहां में जाऊं, और किसको में बुलाऊं। तुम्हारे बिना न कोई,जिसे मैं दर्द सुनाऊं।कन्हैया कहां में जाऊं, और किसको में बुलाऊं। तुम्हारे बिना न कोई,जिसे मैं दर्द सुनाऊं।छूट गए सब रिश्ते नाते सब ने लगाई फटकार, सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार,

अकेला जब मैं रोता, में अपना आपा खोतातमन्ना एक ही होती काश तेरी गोद में सोता।अकेला जब मैं रोता, में अपना आपा खोता।तमन्ना एक ही होती काश तेरी गोद में सोता। लोरी तेरे भजनों की सुन सुन बहती आशुवन धार।सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार,

विपदा जब जब आती यह मोर छड़ी लहराती। नीले पर चढ़कर आए सभी आफत घबराती।विपदा जब जब आती यह मोर छड़ी लहराती। नीले पर चढ़कर आए सभी आफत घबराती।कैसे चुकाए कर्जा हेमंत किए बड़े उपकार। सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार,

सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार। बीच भंवर में डगमग डोले ले चलो इसको पार। सम्हालो बाबा मेरी पतवार,सम्हालो बाबा मेरी पतवार,

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