गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं। मैं बालक हूं तुम मात-पिता, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा,
तुम हीत हो मैं हितकारी हूं तुम दाता हो मैं भिखारी हूं। तुम ठाकुर हो मैं पुजारी हूं तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा,
तुम दीपक में उजीयाला हूं, तुम अमृत हो में प्याला हूं। तुम जप हो मैं जप माला हूं,तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा,
अदृश्य हो तुम मैं जाहिर हूं, तुम भीतर हो मैं बाहर हूं। तुम नारायण हो मैं नर हूं, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा,
गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं। मैं बालक हूं तुम मात-पिता, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा, तुम और नहीं मैं और नहीं।गोपाल हो तुम मैं बालसखा,