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मीरा बाई भजन लिरिक्स

Rana ji teri ek na manungi roj satsang me jaungi,राणा जी तेरी एक न मानूंगी रोज सत्संग में जाऊंगी,meera bai bhajan

राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

वहां पर ब्रह्मा जी आएंगे, वहां पर विष्णु जी आएंगे । भोले के दर्शन कर आऊंगी रोज सत्संग में जाऊंगी। राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

मीरा री तू कैसे जाएगी, रास्ते में तेरे ससुर मिल जाएंगे ससुर से घुंघट कर लूंगी रोज सत्संग में जाऊंगी। राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

वहां श्री राम जी आएंगे वहां हनुमान जी आएंगे। सिया के दर्शन कर आऊंगी रोज सत्संग में जाऊंगी। राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

मीरा री तू कैसे जाएगी, रास्ते में तेरे जेठ जी मिल जाएंगे। जेठ से आज्ञा ले लूंगी रोज सत्संग में जाऊंगी। राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

वहां राधा भी आएगी वहां रुकमणी भी आएगी। कन्हैया के दर्शन कर आऊंगी रोज सत्संग में जाऊंगी। राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।

मीरा री तू कैसे जाएगी, रास्ते में तेरे देवर मिल जाएगा। देवर को साथ ले जाऊंगी रोज सत्संग में जाऊंगी।

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