माने बुद्धि दीजो महाराज ,
गजानंद गौरी के नंदा।
ओ गौरी के नंदा ,
गजानंद गौरी के नंदा।
पिता तुम्हारे शिव शंकर है ,
मस्तक पे चन्दा।
माता तुम्हारी पार्वती माँ,
जाणे जगत बंदा ।
माने बुद्धि दीजो महाराज ,
गजानंद गौरी के नंदा।
ओ गौरी के नंदा ,
गजानंद गौरी के नंदा।
मूसक वाहन दुंद दुंदाला ,
पर साहस लेता।
ओजी गले पेजंती ,माला बिराजे ,
चढ़े पुष्प चन्दा।
माने बुद्धि दीजो महाराज ,
गजानंद गौरी के नंदा।
ओ गौरी के नंदा ,
गजानंद गौरी के नंदा।
जो नर तुमको नहीं सीवरता ,
उसका भाग मंदा।
जो नर तेरी करे सेवना ,
चले रे जग धन्धा।
माने बुद्धि दीजो महाराज ,
गजानंद गौरी के नंदा।
ओ गौरी के नंदा ,
गजानंद गौरी के नंदा।
विगण हरण मंगल करण ,
विद्या वर देना।
कहता कालू राम भजन से कटे रे,
पाप फन्दा।
माने बुद्धि दीजो महाराज ,
गजानंद गौरी के नंदा।
ओ गौरी के नंदा ,
गजानंद गौरी के नंदा।
माने बुद्धि दीजो महाराज ,
गजानंद गौरी के नंदा।
ओ गौरी के नंदा ,
गजानंद गौरी के नंदा।