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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

He shiv shankar kailashi,पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी,shiv bhajan

पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी।

तर्ज, फूल तुम्हें भेजा है खत में

पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी। आस लगाए दर पर खड़ी हूं तेरे चरणों की दासी।पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी।

तीनों लोकों मैं नाम तुम्हारा स्वामी तुम घट घट वासी। पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी।पार करो मेरा बेड़ा भव से ।

सबकी तुमने बिगड़ी बनाई मुझसे क्यों मुंह फेर लिया। जो भी आया तेरे द्वारे भर उसका भंडार दिया। बांट के अमृत सारे जग को तूने बाबा जहर पिया। आकर संभालो हे दुख भंजन मुझको दुखो ने घेर लिया। पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी।पार करो मेरा बेड़ा भव से ।

सुन लो मेरी करुण कहानी भर भर नैन मेरे भर आए। तेरे द्वारे रोऊँ बाबा तू करुणाकर कहलाए। तेरी दया के सागर से कुछ बूंद मुझको मिल जाए। सच कहती हूं जीवन रूपी चमन मेरा भी खिल जाए। पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी।पार करो मेरा बेड़ा भव से।

पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी। आस लगाए दर पर खड़ी हूं तेरे चरणों की दासी।पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी।

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