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Raat ke barah baje gali me hullad mache,रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे,shadi geet

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे।बना के दादा उठे।दादा दादी से बोले।अरे क्या बोले? प्यार हुआ इकरार हुआ प्यार से क्यों डरता है दिल।

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे।बना के पापा उठे। पापा मम्मी से बोले।अरे क्या बोले? ऐ मेरी जोहरा जबी, तुझे मालूम नहीं तू अभी तक है हंसी और मैं जवान। तुझ पर कुर्बान मेरी जान मेरी जान।

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे।बना के भैया उठे। भैया भाभी से बोले।अरे क्या बोले?गुलाबी आंखें जो तेरी देखी शराबी यह दिल हो गया।

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे।बना के जीजा उठे। जीजा दीदी से बोले।अरे क्या बोले? डम डम डिगा डिगा मौसम भीगा भीगा, विन पिए मैं तो गिरा मैं तो गिरा हाय अल्लाह। सूरत आपकी सुभान अल्लाह।

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे।बना के फूफा उठे। फूफा बुआ से बोलेअरे क्या बोले? उड़े जब-जब जुल्फे तेरी कुंवारियों का दिल मचले जिंद मेरी है।

रात के बारह बजे गली में हुल्लड़ मचे। बनीके बना उठे। बन्ना बन्नी से बोले।अरे क्या बोले? क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो। फिर से कहो कहते रहो अच्छा लगता है। जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है।

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