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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Tere Darwar me kanha sunane Dil ki aaye hai,तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं,krishna bhajan

तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं,

तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं। तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं। हटाओ आज तुम पर्दा दिखाने दिल की आए हैं। तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।

सुना है यमुना में रहते हो बात लहरों से करते हो।सुना है यमुना में रहते हो बात लहरों से करते हो। तेरी यमुना में ओ कान्हा लगाने डुबकी आए हैं। तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।

सुना है निधिवन में रहते हो कि बात पेड़ों से करते हो।सुना है निधिवन में रहते हो कि बात पेड़ों से करते हो। तेरे निधिवन में ओ कान्हा कली फूलों की बनने आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।

सुना है मथुरा में रहते हो कि बात गईयों से करते हो।सुना है मथुरा में रहते हो कि बात गईयों से करते हो। तेरी मथुरा में ओ कान्हा हम भी तुमसे मिलने आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।

सुना है वृंदावन में रहते हो और बात भक्तों की सुनते हो।सुना है वृंदावन में रहते हो और बात भक्तों की सुनते हो। मेरी भी बात सुन लो तुम बताने दिल की आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।तेरे दरबार में कान्हा सुनाने दिल की आए हैं।

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