रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।
बड़ा ढीठ है वो नन्द को लाला, तन, काला मन को काला, धोखे से रंगो रंगोली में, रंग चटक डालयो होरी में, सखी आग लगेगी होली में।रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।
मैं ये कहुगी यशोदा या को। तू रोक ले अपने कनहियाँ को। बड़ा छलिया वो और भोली मैं, सखी आग लगेगी होली में।रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।
मैं जात रही दहियां बेचन को। पीछे से रंग गयो वो तन को। कही छुप गयो आँख मचोली में, सखी आग लगेगी होली में।रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।
रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।रंग चटक डाल गेयो चोली में, सखी आग लगेगी होली में।