तर्ज,मेरा बाबु छैल छबीला में तो नाचूगी
बाबा अट्क्या काम बना दे, खाटु आवागा।
बाबा बिगड़ा बात बना दे, खाटु आवागा। निशान उठाता, झुमता गाता -२ म्हें तो आवागा, दर्शन पावागा म्हें तो आवागा, आवागा, आवागा।
थे ना सुनोगा तो कुण् सुनसी, भक्तां के मनरी बातां थाने सुनाता आया हां, बाबा म्हें आता जाता थांने सुनावा, थांने बतावां-२ म्हें तो आवागा, दर्शन पावागा म्हें तो आवागा, आवागा, आवा गा।
कदे बने कदे बिगड़े हैं, बात जो मन में ठानी छुट ना जावे डर लागे, मिलने की या बारी भगत पुकारें, श्याम सहारे २ म्हें तो आवागा, दर्शन पावागा म्हें तो आवागा, आवागा, आ वा गा।
तेरी मर्जी बिना बाबा, कोई ना पत्तों हाले खाटू वो हीं पहुंचे है, जीने श्याम बुलावे दीपक चरण में, रहने शरण में -२ म्हें तो आवागा, दर्शन पावागा म्हें तो आवागा, आवागा, आ वा गा
बाबा अट्क्या काम बना दे, खाटु आवागा।
बाबा बिगड़ा बात बना दे, खाटु आवागा। निशान उठाता, झुमता गाता -२ म्हें तो आवागा, दर्शन पावागा म्हें तो आवागा, आवागा, आवागा।