कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा। कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।
बात ना मानी लखनलाल की, बाजी लगाई मैंने अपने प्राण की।बात ना मानी लखनलाल की, बाजी लगाई मैंने अपने प्राण की।क्यों में निकली पार लकीर,मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।
एक पास जो राम नही है।दूजे शरीर में प्राण नही है।एक पास जो राम नही है।दूजे शरीर में प्राण नही है।अब कैसे बंधाऊँ धीर,मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।
बैठी वाटिका राह निहारूं।राम राम बस में तो पुकारूं।बैठी वाटिका राह निहारूं।राम राम बस में तो पुकारूं।मन होने लगा है अधीर,मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।
कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा। कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।