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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Shankar ram rahyo pahada me gora parvati ke sang,शंकर रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग,shiv bhajan

शंकर रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग

शंकर रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।पार्वती के संग बाबो महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।

सेर खागयो खारी तंबाकू सेर पीगयो भंग। आक धतूरा भोग लगावे होए नशे में तंग।बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।शिवजी रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।पार्वती के संग बाबो महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।

ढोलक बाजे मंजीरा बाजे और बाजे मृदंग। भोलेनाथ का डम डम बाजे महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।शिवजी रम रहियो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।पार्वती के संग बाबो महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।

हाथ में धारा त्रिशूल बाबा भस्मी रमाओ अंग। माथे पर थारे जटा बिराजे। जटा बिराजे गंग।बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।शंकर रम रहियो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।पार्वती के संग बाबो महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।

कोरा कोरा कलश मंगाया जा में घोल्या रंग। सूरदास की काली कमरिया चढ़े ना दूजा रंग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।शंकर रम रहियो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।पार्वती के संग बाबो महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।

शंकर रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।पार्वती के संग बाबो महारानी के संग। बाबो रम रहयो पहाड़ा में गोरा पार्वती के संग।

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