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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Preet nand Nandan so kije,प्रीत नंद नंदन सो कीजे

प्रीत नंद नंदन सो कीजे

प्रीत नंद नंदन सो कीजे । संपत्ति विपत्ति परे प्रतिपाले कृपा करे सो जीजे ॥

परम उदार चतुर चिंतामणि सेवा सुमरन माने। हस्त कमल की छाया राखत अंतर घट की जाने।प्रीत नंद नंदन सो कीजे । संपत्ति विपत्ति परे प्रतिपाले कृपा करे सो जीजे ॥

वेद पुरान श्रीभागवत भाखत कियो भक्तन मन भायो । परमानंद इंद्र सो वैभव विप्र सुदामा पायो ॥प्रीत नंद नंदन सो कीजे । संपत्ति विपत्ति परे प्रतिपाले कृपा करे सो जीजे ॥

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