जगत जननी भवतारिणी मोहिनी तू नव दुर्गा ।जगत जननी भवतारिणी मोहिनी तू नव दुर्गा ।
तू भवानी महाकाली तू शिवानी मंगला ॥ शारदा सरस्वती ज्ञानदेवी वंदना शांति सुख की हो विमला, ज्ञानदा तू हो सफला।जगत जननी भवतारिणी मोहिनी तू नव दुर्गा ।जगत जननी भवतारिणी मोहिनी तू नव दुर्गा ।
लछुमी धन की संपदा पूरी करत कामना । ऋषी मुनी जन सकल प्रिया, शोभना तू चंचला।शारदा तू ज्ञानदा, लछुमी तू है संपदा । काली दुर्गा शक्ति माँ, कोटि है तुम्हे प्रणाम ।जगत जननी भवतारिणी मोहिनी तू नव दुर्गा ।जगत जननी भवतारिणी मोहिनी तू नव दुर्गा ।