तर्ज,मेरी छतरी के नीचे आजा
मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली। मैंने अंगना सुहाना सजाया, फूलों की बिखेरी कली कली।मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली।
मैंने तेरा आसन लगवाया, आसन की चर्चा गली गली। मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली।
मैंने घी का दीप जलाया। यह जगमग ज्योति जली जली। मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली।
तुझे दिल से पुकारे आजा। आकर के दर्श दिखा जा। मेरे नैना तरसे घड़ी-घड़ी। मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली।
मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली। मैंने अंगना सुहाना सजाया, फूलों की बिखेरी कली कली।मेरे गौरी लाला आजा, तेरे भक्त खड़े हैं गली गली।