तर्ज, दमा दम मस्त कलंदर
सुन लो अरज मेरी हो मेहंदीपुर वाले। सुन लो अरज मेरी ओ सालासर वाले। सुमिरन कर, वंदन कर। मुझे चरणों से लगा ले, ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।मुझे चरणों से लगा ले, ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।
तुम हो जगत के पालन हारी। जो भी पूजा करे तुम्हारी। उन भक्तों के जीवन के रखवाले। ओ संकट जितने भी कटे है तुमने ही टाले।ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।मुझे चरणों से लगा ले, ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।
कैसे धीरज दिल को बंधाऊं।दया की जबतक मेहर ना पाऊं। हूं दीवाना तेरा चाहे अपना ले। बनके नजर देखो इधर, मुझको अपना ले।ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।मुझे चरणों से लगा ले, ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।
सुन लो अरज मेरी हो मेहंदीपुर वाले। सुन लो अरज मेरी ओ सालासर वाले। सुमिरन कर, वंदन कर। मुझे चरणों से लगा ले, ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।मुझे चरणों से लगा ले, ओ बाबा घाटे वाले। तेरे बिन कौन संभाले ओ बाबा घाटे वाले।