तर्ज,छोड़ दे सारी दुनिया
पैर तुम मत हटा देना मेरे मोहन। वरना औरों की तलहा छीतर जाऊंगा।तेरे चरणों के नीचे है मेरा जीवन,पैर जो हट गया तो बिखर जाऊंगा।
लेके अवतार बामन का मेरे प्रभु,पैर तुमने जो उसके सिर पे धरा।दो पग में है नापा धरती गगन, तीजे पग में दिना जीवन मेरा। राज बली का दिया तुमने पाताल में, पैर मुझ से हटा दिया तो मैं मर जाऊंगा।
पैर तुम मत हटा देना मेरे मोहन। वरना औरों की तलहा छीतर जाऊंगा।तेरे चरणों के नीचे है मेरा जीवन,पैर जो हट गया तो बिखर जाऊंगा।
पैर धो कर दिए ना जब तक प्रभु, उस केवट ने तुमको ना चलने दिया।नाव बन जाए ना नारी की तरह, जैसे पल में शीला को अहिल्या किया। चरणामृत पीकर जैसे तरा वो केवट, करना ऐसी कृपा में भी तर जाऊंगा।
पैर तुम मत हटा देना मेरे मोहन। वरना औरों की तलहा छीतर जाऊंगा।तेरे चरणों के नीचे है मेरा जीवन,पैर जो हट गया तो बिखर जाऊंगा।
पैर सिर पर रखा उस सर्प के प्रभु, कालिया नाम जिसका यह कम तो नहीं।नृत्य किना था जिसके फन पर प्रभु, तर गया नाग भव से यह कम तो नहीं। मैं भी पता पड़ा श्याम कृपा मिले, मैं भी बल भास्कर नाम कर जाऊंगा।
पैर तुम मत हटा देना मेरे मोहन। वरना औरों की तलहा छीतर जाऊंगा।तेरे चरणों के नीचे है मेरा जीवन,पैर जो हट गया तो बिखर जाऊंगा।