अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
सुबह उठी जद दूध बनाई,भर भर दो दो गिलास,आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
साबूदाना की खीर बनाई, सामक खिचड़ी साथ।आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
सिंघाड़ा रो सीरो बनायो, आलू की टिकिया साथ।आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
बड़ी मुश्किल से मंदिर आई। खीर पकोड़ा साथ में लाई। 2 किलो केला साथ, आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
एक पाव तो पेड़ा मंगाई।रात ने चिप्स साग खाई। फेर भी पेट पर हाथ,आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
रात हुई जब नींद ना आवे। भूखा पेट शोर मचावे। करवट बदलू सारी रात, आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
सुबह उठी तो दश बज गई।माथा में चक्कर में गिर गई।अब क्यों आई द्वादशी,आज मारे एकादशी। अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।