ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।
पूरब पश्वेम उत्तर दक्षिण आओ मेरी मां। शेर सवारी करके आओ तुम्हें बुलाऊं मां। ऊंचे आसन तुम्हें बैठाऊ,भोग लगाओ मेरी मां।ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।
पान सुपारी ध्वजा नारियल भेंट चढ़ाऊं मां। पांच मिठाई भवन में रखकर भोग लगाऊ मां । ऊंचे आसन तुम्हें बैठाऊ,भोग लगाओ मेरी मां।ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।
ऐसा भोग लगाओ मेरी मैया सब अमृत हो जाए।जो कोई इस भोग को खाए वह अमर हो जाए। ऊंचे आसन तुम्हें बैठाऊ,भोग लगाओ मेरी मां।ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।
चौसठ योगिनी मंगल गावे भैरव डमरू बजाए। ध्यानु भगत मैया तेरा यस गावे चरणों में शीश झुकाए। ऊंचे आसन तुम्हें बैठाऊ,भोग लगाओ मेरी मां।ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।
बड़े बड़े पापी मेरी मैया जी ने तारे कष्ट उभारो मां ।सारी संगत की यही मर्जी दरश दिखाओ मां। ऊंचे आसन तुम्हें बैठाऊँ भोग लगाओ मा।ऊँचे आसन तुम्हें बिठाऊ भोग लगाओ मेरी मां।