नन्हे नन्हे कदमों की दस्तक जो आई। खुशियां हर और से घर में भर आई।नन्हे नन्हे कदमों की दस्तक जो आई। खुशियां हर और से घर में भर आई। जिसके होने से ही अपनी यह दुनिया चलती है। बड़े नसीबों से बेटी मिलती है।बड़े नसीबों से बेटी मिलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।
तेरी आंखों ने हमको दुनिया दिखाई है। खेल खेल में कितनी बातें तू ने सिखाई है।तेरी आंखों ने हमको दुनिया दिखाई है। खेल खेल में कितनी बातें तू ने सिखाई है।बिन तेरे सरगम का हर राग अधूरा है। लाडो तेरे आने से परिवार यह पूरा है। जिसके संग खुशियों की शाम कभी ना ढलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।
नन्हे नन्हे कदमों की दस्तक जो आई। खुशियां हर और से घर में भर आई।नन्हे नन्हे कदमों की दस्तक जो आई। खुशियां हर और से घर में भर आई। जिसके होने से ही अपनी यह दुनिया चलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।बड़े नसीबों से ही बेटी मिलती है।