कौशल्या के जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी। बाजे बधाई जी बाजे बधाई ।दशरथ घर जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।
राजा दशरथ तो मोहर लूटावे, रानी कौशल्या तो पलना झुलावे। सब नाचे मचाई देखो हल्ला,अवध में बाजे बधाई जी।दशरथ घर जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।कौशल्या के जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।
नवमी का दिन है बड़ा ही पावन। चैत्र शुक्ल की बेला मनभावन। यह रोहिणी नक्षत्र है अच्छा, अवध में बाजे बधाई जी।दशरथ घर जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।कौशल्या के जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।
जग का मंगल करने आए। चाव उमंग हर दिलों में छाए। भरी झोली किसी का पल्ला,अवध में बाजे बधाई जी।दशरथ घर जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।कौशल्या के जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।
कौशल्या के जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी। बाजे बधाई जी बाजे बधाई ।दशरथ घर जन्मे है लल्ला अवध में बाजे बधाई जी।