चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।नवराते आए हैं।नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।
चांद तारों से चुनरी सजाई। कुमकुम रोली की बिंदिया लगाई। क्या खूब किया सिंगार,नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।
श्रद्धा से जोत जलाई। भक्तों को कथा सुनाई । फूलों से पिरोया हार, नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।
कन्या रूप में मां घर आई। मेरे आंगन के भाग्य जगाई। खुशियों की हुई बौछार,नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।
मैया सबके ही दर्द मिटाई। खुशी हो या दुखी समझ ना पाई। अब फिर से शुरू इंतजार, नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।
चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।नवराते आए हैं।नवराते आए हैं।चौकी पर विराजो मां नवराते आए हैं।