प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां,
अवध में बाजे बधाइयां।
झांझ मृदंग ताल ढप बाजे।झांझ मृदंग ताल ढप बाजे।नाचे है ता ता थैया,अवध में बाजे बधाइयां,प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां,
गुरु की कृपा हुई राजन पर,
गूंज रही शहनाइयां, अवध में बाज बधाइयां,प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां।
चार लाख कंचन मंगवाए,
राजा पड़े गुरु पैया, अवध में बाजे बधाइयां,
प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां।
मनचाहा सब पाए रहे हैं,
देत मगन सब मैया, अवध में बाजे बधाइयां,
प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां।
राजा द्वारे पर भीड़ बढ़ी है,
बाजे आज बधइयां अवध में बाजे बधाइयां,
प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां।
राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न,
पलने में झूले चारों भैया, अवध में बाजे बधाइयां,
प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां।
जय जय कार करें पुरवासी,
दर्शन देवे रघुरैया, अवध में बाजे बधाइयां,
प्रगटे हैं राम रघुरैया अवध में बाजे बधाइयां।